सूचक क्या होते है ?
सूचकएक सूचक को निम्न प्रकार परिभाषित किया जा सकता है एकअलक्षार सूचक ऐसे पदार्थ के रुप में परिभाषित हो सकता है जो अम्लीय, क्षारीय तथा उदासीन माध्यम में भिन्न रंग देता है। लिटमस
मेथिल ओरेज तथा फिनॉल्यथेलीन ऐसे कुछ सर्वविदित उपयोग में लिये जाने वाले अम्ल क्षार सूचक है जो निम्नानुसार रंग बदलते है।
लिटमस : यह प्राकृतिक रंजक है जो एक छोटे पौधे से बना होता है जिसे लिकेन कहते है तथा नीले तथा लाल लिटमस विलयनों को लिकेन की दो भिन्न किस्मो से बनाया जाता है।
लिटमस पेपर : नीले या लाल लिटमस पेपर को फिल्टर पेपर की एक स्ट्रीप को नीले या लाल लिटमस विलयन विलयन में डुबोकर बनाया जाता है। इसके पश्चात् पेपर को विलयन से बाहर निकालकर
सुखा लिया जाता है।
नीला लिटमस पेपर अम्लीय विलयन में लाल हो जाता है तथा लाललिटमस क्षारीय विलयन में नीला हो जाता है।
फिनॉलफथेलीन : यह गहीन यौगिक है। फिनॉलफथेलीन के एल्कोहॉलिक विलयन को सूचक के रुप में प्रयुक्त किया जाता है। अम्लीय माध्यम में यह गहीन होता है परन्तु क्षारीय माध्यम में यह
गुलाबी (लाल) हो जाता है।
मेथिल ऑरिन्ज : ठोसीय मेथिल ऑरिन्ज की बहुत कम मात्रा को गर्म जल में घोलकर फिल्टरित किया जाता है। फिल्टरेट को, एक सूचक के रुप में प्रयुक्त किया जाता है, यह अम्लीय माध्यम में लाल
तथा क्षारीय माध्यम में पीला होता है।
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